जानिए ऐसा कौन सा स्थान है जहाँ कलियुग नहीं पहुँच पाएगा!

जानिए ऐसा कौन सा स्थान है जहाँ कलियुग नहीं पहुँच पाएगा! 🌸

भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर तीर्थस्थान की अपनी अद्भुत मान्यताएँ और रहस्य हैं। कुछ जगहें ऐसी हैं जहाँ आज भी भगवान और देवताओं की अनुग्रह दृष्टि बनी हुई है। इन्हीं में से एक पवित्र और रहस्यमयी स्थान है नैमिषारण्य (Naimisharanya)। कहा जाता है कि यह धरती का ऐसा इकलौता स्थान है, जहाँ कलियुग का प्रवेश कभी नहीं होगा।

आज हम आपको इसी पावन धाम की रहस्यमयी कथा और यहाँ स्थित श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस के बारे में बताएंगे — जहाँ ठहर कर आप इस दिव्य स्थल की यात्रा का आनंद दोगुना कर सकते हैं।


📖 नैमिषारण्य : धरती का सबसे पवित्र स्थान

नैमिषारण्य उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले में स्थित एक प्राचीन तीर्थस्थल है। पुराणों के अनुसार, यही वह स्थान है जहाँ 88,000 ऋषि-मुनियों ने कलियुग के प्रभाव से बचने के लिए एक महायज्ञ किया था।

पौराणिक मान्यता है कि इस जगह पर कलियुग का प्रवेश वर्जित है। यहाँ आने वाला हर व्यक्ति अध्यात्म, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करता है।

यह स्थान महाभारत, स्कंद पुराण, देवी भागवत और कई अन्य ग्रंथों में भी वर्णित है।

🔱 चक्र तीर्थ की कहानी

कहते हैं कि ब्रह्माजी ने एक चक्र घुमाया और जहाँ वह थम गया, वही जगह नैमिषारण्य कहलाया। चक्र तीर्थ आज भी यहाँ का मुख्य आकर्षण है, जहाँ श्रद्धालु स्नान करके पाप मुक्त होने का विश्वास रखते हैं।


🌸 नैमिषारण्य में घूमने योग्य स्थान

  • चक्र तीर्थ

  • ललिता देवी मंदिर

  • हनुमानगढ़ी

  • व्यास गद्दी

  • सूताजी का आश्रम

हर एक जगह का अपना ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है।


🏡 श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस — ठहरने का एकमात्र सुंदर और शांत स्थान

अगर आप नैमिषारण्य आने की योजना बना रहे हैं, तो रुकने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस

यहाँ का वातावरण न सिर्फ शांत है, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी भरपूर है। यहाँ ठहर कर आप तीर्थस्थल के दर्शन करने के बाद एक सुकूनभरी रात बिता सकते हैं।

📌 क्यों ठहरें श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस में?

✅ शांत और स्वच्छ वातावरण
✅ पवित्र स्थल के निकटता में स्थित
✅ सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त कमरे
✅ सुलभ दरों में उपलब्धता
✅ 24×7 सेवा

📞 बुकिंग के लिए संपर्क करें:

मोबाइल: 📱 097932 00770
वेबसाइट: 🌐 www.madhumeshdham.com
पता: 🏡 9F6J+H24, लकारीamau, उत्तर प्रदेश 261402


📖 नैमिषारण्य यात्रा का उत्तम समय

अक्टूबर से मार्च का मौसम नैमिषारण्य दर्शन के लिए सबसे उपयुक्त है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और धार्मिक मेलों का भी आयोजन होता है।


🌿 क्यों जाएँ नैमिषारण्य?

✅ कलियुग से मुक्त दिव्य स्थल
✅ आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति
✅ प्राचीन मंदिर और आश्रम
✅ ऋषि-मुनियों की तपस्थली
✅ प्राकृतिक और पौराणिक महत्व


📌 निष्कर्ष

अगर आप भी उन पावन जगहों की तलाश में हैं जहाँ कलियुग का प्रभाव न हो, जहाँ आज भी दिव्यता और शांति बनी हुई हो, तो नैमिषारण्य ज़रूर जाएँ।

और वहाँ ठहरने के लिए बेस्ट विकल्प है —
“श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस”

जहाँ आपको आध्यात्मिक अनुभव के साथ-साथ आरामदायक और सुलभ ठहराव मिलेगा।

तो देर किस बात की?
आज ही अपनी यात्रा की योजना बनाएँ और हमें संपर्क करें:

📞 097932 00770
🌐 www.madhumeshdham.com


📌 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q. नैमिषारण्य जाने का सबसे अच्छा समय कब है?
A. अक्टूबर से मार्च तक का मौसम सबसे उपयुक्त है।

Q. श्री मधुमेश धाम गेस्ट हाउस में बुकिंग कैसे करें?
A. आप मोबाइल नंबर 📞 097932 00770 पर कॉल करके या www.madhumeshdham.com पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।

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